प्रखंड प्रमुख आजरा खातून पर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में कई गंभीर आरोप लगाए गए है। इसमें प्रमुख पुत्र समीम अख्तर पर पद का दुरुपयोग करने, सरकारी राशि का दुरुपयोग करने, मनमाना ढंग से योजना चयन करने तथा मां के बदले स्वयं पुत्र द्वारा कागजातों पर हस्ताक्षर करने जैसे काफी गंभीर बात कही गई है।
प्रमुख पुत्र सह प्रमुख प्रतिनिधि समीम ने इन आरोपों का खंडन किया है तथा कहा कि बैठक में विश्वास मत हासिल कर लिया जाएगा, मैं आश्वस्त हूं। सम्प्रति प्रमुख प्रतिनिधि के अनुसार बैठक 06 अथवा 07 मार्च को रखे जाने की संभावना है। इस बाबत बीडीओ रामकुमार पोद्दार ने बताया कि 10 मार्च से पूर्व बैठक बुलाना आवश्यक है। चौबीस फरवरी को अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन प्राप्त हुआ है और इस तारीख से पन्द्रह दिन के अंदर बैठक बुलाना अनिवार्य है।
इधर अविश्वास प्रस्ताव लाए पन्द्रह पंचायत समिति सदस्यों में मो। सरीफ, मो. हुसैन, खताब अंसारी, नवाब अली, अख्तर हुसैन, अजीजुर रहमान, चुरका टुडू, लतीफुर रहमान, मो. जहीरउद्दीन, साहिल अख्तर, नसीमा, रजनी टुडू, रमीना, सादीक आलम, तथा मंसूर आलम एकजूट होकर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए है। उपप्रमुख शोहरत जवीं इन सबों की अगुवाई कर रही हैं। बताते चले कि 30 सदस्यों के इस सदन में प्रमुख आजरा खातून को अपनी कुर्सी बचाने के लिए कम से कम 16 सदस्यों का साथ चाहिए।
No comments:
Post a Comment