Monday, February 16, 2009

मुख्यमंत्री का जनता दरबार : सीएम सख्त, नपे अधिकारी

विकास यात्रा के तीसरे चरण के पांचवें दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सख्त दिखे। जनता दरबार में बिजली विभाग के एसडीओ की शिकायत सुनने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने विद्युत बोर्ड के अधिकारियों को बुलाया और जनता दरबार में ही उन्हे निलंबित करने की घोषणा की। फिर मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव एस।एम।राजूृ को इंदिरा आवास योजना का हाल जानने गोपनीय तरीके से अलता कमलपुर पंचायत भेजा वहां भी गरीबों से इंदिरा आवास के एवज में अधिकारियों द्वारा साढ़े छह हजार रूपये रिश्वत लिए जाने की पुष्टि हुई।
नाराज मुख्यमंत्री ने इंदिरा आवास में गड़बड़ी करने वाले सभी दोषी लोगों जिनमें मुखिया व उसका पति अंजार आलम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे दिया। इधर, इंदिरा आवास में गड़बड़ी के एक अन्य मामले की जांच निगरानी विभाग को सौंपी गयी ।

मुख्यमंत्री ने जागरण में छपी खबर 'सीएम अंकल ! मुझे बचा लो, दिल में छेद है॥' की खबर पर कार्रवाई करते हुए कहा कि नन्हीं मीठी के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। तीन वर्षीय मीठी की मां मीली की शिकायत थी कि उसके पति इलाज के बहाने बेटी और उसे बंगलोर ले गए किन्तु स्टेशन पर ही छोड़कर भाग गए और आज तक लौट कर नहीं आये। तब से वह न्याय के लिए मारे-मारे फिर रही है।
जनता दरबार में पहुंचे एक किडनी रोग से पीड़ित युवक के इलाज का निर्देश भी सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के सचिव को दिया। प्रखंड के चरैया बगलबाड़ी निवासी मो। असद आलम का किडनी डैमेज हो चुका है। मुख्यमंत्री ने उसका भी सरकारी राशि पर इलाज कराने का निर्देश दिया। वहीं दिघलबैंक से आई तखीना और पिंकी ने मुख्यमंत्री के समक्ष न्याय की गुहार लगाई।
उसे गांव के ही कुछ दबंगों ने मंडी में बेचने के उद्देश्य से 10 मई 08 को अपहरण कर लिया था किंतु तीन दिन बाद किसी तरह अपहर्ताओं के चंगुल से भागने में वे कामयाब हो गई थी। दोनों का आरोप था कि नामजद अभियुक्तों को पुलिस जांच में बरी कर दी है। सीएम ने एसपी को इस मामले की तहकीकात का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के दरबार में शिक्षक पद से सेवानिवृत्त प्रवीण मंडल भी अपनी फरियाद लेकर आये। सेवानिवृत्ति के दस साल बाद भी उन्हे पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। उधर चकला के फूल मोहम्मद का रोना था कि भूमि विवाद के कारण गांव के ही कुछ लोग पुलिस से सांठ-गांठ कर डकैती जैसे संगीन आरोप में फंसा देते है।
कोचाधामन से मो। नसीर का कहना था कि सड़क दुर्घटना में उसके परिवार का एक सदस्य मर गया लेकिन उसे मुआवजा नहीं मिला। धनपुरा डेरामारी की एक युवती ने सीएम दरबार में यह कहकर सनसनी फैला दी कि उसके साथ गांव के ही युवक ने दुष्कर्म किया लेकिन प्राथमिकी के पांच माह बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जनता दरबार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि डाकूपाड़ा की धरती पर सरकार यह एलान करती है कि भ्रष्ट अधिकारी बाल्मीकि बन जायें अन्यथा बिहार में जेलों की संख्या बढ़ानी पड़ेगी।
उन्होंने अपने विकास यात्रा के उद्देश्य से भी लोगों को अवगत कराया। इस मौके पर बीस सूत्री प्रभारी मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव, विधायक गोपाल अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल, जिप अध्यक्ष फैयाज आलम, महिला आयोग की अध्यक्ष लेसी सिंह व जदयू नेता सैय्यद महमूद अशरफ आदि उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment