Thursday, February 19, 2009

अनुभव प्रमाण पत्र की अनुशंसा में भारी अनियमितता

स्थानीय प्रखंड के मध्य विद्यालय नटुआपाड़ा में अनुभव प्रमाण पत्र की अनुशंसा में भारी अनियमितता बरते जाने का मामला प्रकाश में आया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने विभागीय निर्देशों की अवहेलना करते हुए प्रयास केन्द्र तीन स्वयं सेविकाओं को एक वर्ष का अनुभव संबंधी प्रमाण पत्र निर्गत करने की अनुशंसा की जबकि कार्य अवधि मात्र नौ महीने चौबीस दिन ही है।
दूसरी ओर विद्यालय पोषक क्षेत्र अन्तर्गत तीन स्वयं सेविकाओं को मानदेय पर बहाल करने के बदले चार सेविकाओं की बहाली की गई, परन्तु चौथे स्वयंसेविका को अनुभव प्रमाण पत्र देने की अनुशंसा नहीं की। प्रधानाध्यापक मोजीबुर रहमान द्वारा अनुशंसा नहीं किये जाने पर आवेदिका तलत आफरीन कलीम ने जिला शिक्षा अधीक्षक से शिकायत की है।
जबकि लोक सूचना अधिकार द्वारा मांगी गई सूचना पर प्रधानाध्यापक श्री रहमान ने बताया कि तत्कालीन जिला शिक्षा अधीक्षक के मौखिक निर्देश व संकुल संसाधन केन्द्र गांगीहाट के समन्वयक के विशेष बल पर तीन की जगह चार स्वयंसेवकों की बहाली की गयी।
इसके साथ ही प्रतिमाह प्रति सेविका एक हजार रूपये मानदेय की जगह अंतिम माह सात सौ पचास रूपये का भुगतान किया गया है। यहां गौरतलब है कि द्वितीय शिक्षक नियोजन में 20 अंक अतिरिक्त प्राप्त करने हेतु फर्जी तौर पर विभिन्न विद्यालयों से अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत करने की अनुशंसा की गयी है।

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