Wednesday, February 25, 2009

स्थानांतरण की स्थिति जिले में नहीं हुई साफ

तीन वर्षो से एक ही जिला में पदस्थापित पुलिस अधिकारियों का स्थानांतरण जिला से हटाकर अनुमंडल स्तर पर कर देने से भी कई जिलों में दुविधा बरकरार है। किशनगंज सहित आठ ऐसे जिले है जहां एक ही अनुमंडल है और ऐसे अनुमंडल से तबादला का सीधा अर्थ जिला से बाहर।
सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग के नए निर्देश के अनुसार एक अनुमंडल में तीन वर्षो तक जमे सब इंस्पेक्टर तक के अधिकारियों का तबादला एक अनुमंडल से दूसरे अनुमंडल में किया जाना है। जिस जिला में एक से अधिक अनुमंडल है वहां इसे लेकर कोई समस्या नहीं है परंतु एक ही अनुमंडल वाले जिला में इसके लिए एक बार पुन: दिशा निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। जिससे लगभग दो दर्जन से अधिक सब इंस्पेक्टर ऊहो-पोह की स्थिति में है।
इसके लिए एक दूसरे से पूछ रहे है। बतातें चलें कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शुरूआत में पुलिस अधिकारियों के लिए तीन वर्ष की सीमा जिला स्तर पर निर्धारित किया था लेकिन नया पुलिस मैनुअल इसमें आड़े आ रहा है जिसमे कांस्टेबल से लेकर अधिकारीगण किसी भी रेज के प्रथम पदस्थापित जिला में छह वर्ष रहेगे तथा पूरे रेज में आठ वर्ष। जबकि एक जोन में दस वर्ष। इसी मैनुअल की ओर जब आयोग का ध्यान आकृष्ट कराया गया तो आयोग ने तबादला आदेश को जिला स्तर से हटाकर अनुमंडल स्तर पर कर दिया है।

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