Monday, February 9, 2009

रैक उतारने के क्रम में ट्रैक्टर से मजदूर की मौत

स्थानीय स्टेशन में रविवार को मालगाड़ी ट्रेन से सीमेंट उतारने के क्रम में ट्रैक्टर की चपेट में आ जाने से एक मजदूर की मौत हो गई। सूचना मिलते रेलवे बैगन से माल उतार रहे सभी मजदूर एकत्रित होकर मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा की मांग करने लगे।
वहीं सीमेंट डीलर के मुंशी व पार्सल बाबू फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते जीआरपी के थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंच मृतक के परिजन व रेलवे परिसर में निजी मजदूरों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम कराने हेतु सदर अस्पताल भेज दिया।

मिली जानकारी के अनुसार अहले सुबह लफार्ज सीमेंट से भरा एक रैक किशनगंज स्टेशन में रूका । माल अनलोड करने के लिए दर्जनों असंगठित मजदूर लगे हुए थे। 'पहले हम पहले हम' की तर्ज पर ट्रैक्टर चालक सह मालिक मो। फजीर ने एकाएक ट्रैक्टर को तेजी बैक कर रैक के पास लगा रहा था कि इसी दौरान मालगाड़ी व ट्रैक्टर के बीच में एक मजदूर फंस गया जिससे उनकी मौत हो गई।
जीआरपी सूत्रों के अनुसार मृतक अब्दुल मन्नान,महीनगांव पंचायत के नूनिया बस्ती के निवासी है। घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन सहित महीनगांव के मुखिया मुश्ताक आलम व सरपंच सहित सैकड़ों लोग स्टेशन पर पहुंच जीआरपी थाना में एक वाद दायर कराया।
मुखिया मुश्ताक ने बताया कि मृतक हनान्न के सहारे की उनका परिवार का भरण-पोषण होता था। उन्होंने बताया कि रेलवे देश के सबसे बड़ा ट्रांसपोर्टर है। इसमें असंगठित मजदूरों के लिए बीमा का इंतजाम होना चाहिए। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्रों में मजदूरी करने वालों के लिए बिना प्रीमियम तीस हजार रूपये का जनश्री बीमा का प्रावधान है। इस संबंध में सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निदेशक की माने तो पारिवारिक लाभ के तहत मृतक के परिजन को दस हजार रूपये का भुगतान किया जायेगा।

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